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Tuesday, November 21, 2017

The perfect home remedy for making teeth bright.--दांत को चमकीला बनाने का अचूक घरेलु उपाए।






आज हम इस पोस्ट में दांत को कैसे चमकीला बनाया जाए, के बारे में बलाउँगा। दांत चमकाने के लिए वैसे तो आपको बाजार में कई तरह के प्रॉडक्ट्स मिल जाएंगे। लेकिन इनसे दांतों को फायदा मिलने के बजाय नुकसान पहुंचने के चांस ज्यादा रहते हैं। जिस तरह से प्राकृतिक उत्पाद आपके दांतों को साफ और मजबूत बना सकते हैं उस तरह कोई और प्रोडक्ट नहीं कर सकते हैं। हमारे दांत कई तरह से खराब हो जाते है जैसे:- दांत पीला हो जाना, दांतो में कीड़ा लग जाना, दांत नाजुक हो जाना आदि। 

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किसी को अपने ओर आकर्षित करने के लिए हमारे दांत मोतियों जैसे चमकती और मुस्कान की जरूरत पड़ती है। लेकिन मौजूदा समय में अधिकतर लोग पीले दांतों की समस्या से घिरे हुए हैं। दांतों में पीलापन आने के कई कारण हो सकते हैं। कई लोग रोजाना दातुन नहीं करते हैं, और कई लोग तो दूषित खाने का सेवन करते है, तो कई लोग गुटखा खाकर अपने दांतो को खराब कर लेते है। इन सभी चीजों का गलत इस्तेमाल करने से हमारे दांतो में पीलापन आ जाता है। इसके अलावा पानी में मौजूद कैमिकल्स से भी हमारे दांतो में पीलापन आने लगता है। इसके अलावा भी कई सरे ऐसे कारण है जिससे हमारे दांत खराब होने लगते है और धीरे-धीरे कमजोर होते जाते है। 

तो आइए हम जानते है की हम अपने दांतो को किस प्रकार से पीलापन दूर करे या हम अपने दांतो तो किस प्रकार चमकीला बनाए। 
  


दांतों को साफ और मोतियों जैसा सफेद बनाने के लिए नमक का इस्तेमाल हमारी संस्कृति में बहुत पहले से चली आ रहा है। नमक में भारी मात्रा में सोडियम और क्लोराइड होता है, जो दांतों का पीलापन कम करने में मदद करता है। दांत साफ करते वक्त आप ब्रश में पेस्ट के साथ थोड़ा सा नमक डालकर इसका प्रयोग करे। आप देखेंगे कि कुछ ही दिनों में आपके दांत साफ होते चले जाएंगे।  लेकिन ध्यान रहे नमक के ज्यादा इस्तेमाल से दांतों के इनेमल को नुकसान पहुंच सकता है।
दूध तथा दूध से बने उत्पाद जैसे दही,छाछ आदि हमारे दांतों से बहुत जल्द पीलापन दूर कर देता हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि दूध में भारी मात्रा में कैल्शियम होता है, जो दांतों के लिए बहुत जरूरी है। जिन लोगों को पीले दांतों की शिकायत होती है, उन्हें चाय और कॉफी का सेवन नहीं करना चाहिए। चाय और कॉफी हमारे दांतो को काफी नुक्सान पहुँचता है। 





निम्बू का इस्तेमाल भी आप दांतो को साफ करने के लिए कर सकते है।  निम्बू हमारे दांतो के बैक्टीरिया को मरने में मदद करता है तथा यह हमारे दांतो को मजबूत बनता है। खाना खाने के बाद नींबू से दांत साफ करने से भी लाभ मिलता है। यदि आप रोजाना रात में खाने के बाद एक नींबू का रस निकालकर उसमें सामान मात्रा में पानी मिलाकर खाने के बाद इस पानी से कुल्ला करते है तो रोजाना ऐसा करने से दांतों का पीलापन और सांसों की दुर्गंध दूर हो जाती है। अगर आप ऐसा रोज नहीं कर सकते हैं तो सप्ताह में एक बार जरूर करें।


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दांतों का पीलापन दूर करने के लिए बेकिंग सोडा बहुत ही कारगार उपाय  है। जिस तरह हम दांत साफ करते वक्त नमक का इस्तेमाल करते हैं उसी तरह बेकिंग सोडा का इस्तेमाल भी करना है। यानि कि दातुन करते वक्त अपने ब्रश में थोड़ा सा बेकिंग सोडा मिला लें और अब धीरे-धीरे अपने दांत साफ करें। कुछ ही दिनों में आप देखेंगे कि आपके दांतों पर जमी पीली परत धीरे-धीरे साफ हो रही है। 


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Monday, November 20, 2017

Honey becomes poison, never eat honey from these methods.--शहद बन जाता है जहर, इन तरीको से कभी ना करे शहद का सेवन ।




हम सभी जानते है की शहद में काफी गुण पाए जाते हैं। यहाँ तक कि शहद को एक औषधी भी कहा जाता है। 
शहद का सेवन करने से कई सारी बीमारियों से छुटकारा मिलता है। लेकिन जिस प्रकार सभी चीजों के कुछ फायदे और नुक्सान होते है ठिक उसी प्रकार शहद के भी कुछ नुक्सान होते है।  अगर फायदे की बात की जाए तो आप लोगो में से बहुत सारे लोग जानते होंगे लेकिन नुक्सान बहुत ही कम लोग जानते होंगे। और आपको ये भी जानना जरूरी है कि अगर शहद का सही तरीके से सेवन ना किया जाए तो ये हमारे स्वास्थ्य पर काफी बुरा प्रभाव डालता है। आयुर्वेद में यह बताया गया है कि शहद को किन चीजों के साथ खाएं और किन चीजों साथ नहीं। 



तो आइए हम जानते हैं की शहद को किन-किन चीजों के साथ सेवन नहीं करना चाहिए। 


अगर आपको ऐसा लगता है कि सर्दी-जुकाम होने पर अगर चाय के साथ शहद का सेवन किया जाए तो बहुत फायदेमंद होगा। तो आपको बता दें कि ऐसा कभी भूलकर भी ना करें। चाय या कॉफी के साथ शहद का इस्तेमाल करने से ये बॉडी का टेम्प्रेचर बढ़ा देता है। जिसके चलते शरीर में घबराहट और स्ट्रेस बढ़ता है।
हालांकि शहद को गुनगुने पानी के साथ लेने की ही सलाह दी जाती है। लेकिन अगर आप इसे ज्यादा गर्म के साथ लेते हैं तो ऐसा करना छोड़ दें। ज्यादा गर्म पानी के साथ शहद लेने से बॉडी में गर्मी पैदा होती है। जिसके चलते पेट खराब और अन्य रोग होने की संभावना बढ़ जाती हैं।
गर्म चीजों के साथ शहद का सेवन जहर के समान माना जाता है। शहद की तासीर गर्म होती है। अगर इसे गर्म खाने के साथ खाते हैं तो दस्त यानि कि लूज मोशन होने का सबसे ज्यादा खतरा रहता है। इसके अलावा भी कई हेल्थ प्रॉब्लम्स होने का डर बना रहता है।
शहद और मूली आपस में एक दूसरे के विरोधी हैं। शहद के साथ मूली खाने से बॉडी में टॉक्सिन्स बनने लगते हैं। इससे बॉडी पार्ट डेमेज होने का खतरा बढ़ जाता है। शहद और मूली के बीच में करीब 1 घंटे का अंतर होना चाहिए।


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Donate For Children Who Suffer from Cancer

यदि आप कैंसर से पीड़ित असहाय बच्चों के लिए दान करना चाहते है तो नीचे दिए गए डोनेट बटन पर क्लिक करें और अपनी सामर्थ्य अनुसार दान करें।  दान करने वाले लोगों की लिस्ट हमारी साइट पर पब्लिश की जायगी :-







BY:- V.K RAJ.

Sunday, October 15, 2017

सर्दी, खांसी, जुकाम जैसे रोगो को उखाड़ फेकता है यह घरेलु नुस्खा।

सर्दी, खांसी और जुखाम जब भी आते है एक साथ आते है। अगर देखा जाए तो ये एक ही परिवार के रोग है तथा इसे ठीक करने के लिए जिस औषोधी का प्रयोग किया जाता है लगभग एक सामान ही है। 
सर्दी, खांसी और जुखाम से बचने के लिए मैं कुछ आसान सा घरेलु नुस्खे जिसे आप घर पे ही बनाकर इन रोगो से छुटकारा पा सकते है।


सर्दी, खांसी, जुकाम, को करे चुटकी में गायब। 

आइये जानते है :-

  • हल्दी में एंटी बैक्टेरिया होता है, जो सर्दी, खांसी और जुखाम को दूर भगाने में मदद करता है। इसे गरम दूध के साथ सेवन करे।  यह नुस्खा ना सिर्फ बच्चों बल्कि बड़ों के लिए भी कारगर साबित होता है।
  • एक ग्लास गुनगुने पानी या फिर गर्म दूध में दो चम्मच शहद में एक चम्मच नींबू का रस मिलाकर पीने से सर्दी, खांसी और जुखाम से काफी राहत मिलती है। 
  • अदरक, तुलसी का पत्ता तथा गुड़ का प्रयोग करके चाय बना ले तथा गर्म-गर्म सुबह शाम पिये सर्दी, खांसी और जुखाम में लाभ मिलेगा। तुलसी और अदरख को सर्दी-जुकाम के लिए रामबाण माना जाता है।
  • एक चम्मच शहद में दो चुटकी काली मिर्च के पाउडर मिला ले। और इसे सुबह शाम प्रयोग में लाए इससे गला साफ होता है तथा जुकाम में आराम मिलती है। 
  • अमरुद के ताजा तथा कोमल पत्ते (लगभग दस) एक गिलास पानी में उबाल लें। पानी को छानकर थोड़ी सी मात्रा में शक्कर मिला ले। और चाय की तरह इसे  प्रयोग में लाए खांसी तथा जुकाम में आराम मिलेगा। 
  • सेब खाने के बेमिशाल फायदे। 
  • गन्ने के रस के बेमिशाल फायदे।
  • अगर सर्दी खांसी तथा जुखाम ज्यादा पुराना है, तो आप अमरुद को भूनकर इसे प्रयोग में लाए। भुना हुआ अमरुद सर्दी खांसी तथा जुखाम को कम करने में काफी कारगर साबित हुआ है। 
  • हल्के गर्म (गुनगुने ) पानी में हल्के मात्रा (चुटकी भर ) नमक मिलकर दिन में दो-तीन बार गरारे करे इससे आपको काफी हद तक राहत मिलेगी। 
  • दो  साबुत काली मिर्च के दाने और थोडी सी मिश्री मुंह में रख कर चूसे यह आपको सर्दी खांसी तथा जुखाम से तुरंत राहत दिलाएगा। 
  • रात को सोने से पहले एक चम्मच शहद में थोडी सी पीसी हुई काली मिर्च का पाऊडर डाल कर बारीकी से मिलाए और उसे चाटे खांसी से निजात दिलाएगा। 
  • अगर आपको खांसी ज्यादा हो रही है तो हमारा पोस्ट खांसी को कैसे दूर किया जाए क्लिक करके एक बार जरूर पढ़ ले। 
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और भी पढ़े :-

Sunday, October 08, 2017

खांसी चाहे जीतनी भी पुरानी क्यों न हो इस घरेलु उपाय से तुरंत मिलेगी राहत।

जी हा दोस्तों आप सही सोच रहे है आज हम खांसी की टॉपिक पर बात करने जा रहे है। 
बहुत सारे लोग इससे परेशान होते रहते है। खांसी होने के बहुत सारे कारण होते है। खांसी चाहे कितनी भी पुरानी क्यों न हो चाहे वह सूखी हो या बलगम वाली हो या फिर छाती पर कफ जम गया हो, इस नुस्खे से आप तुरंत राहत पा सकते है। जो की बिलकुल सुरक्षित है।

खांसी से राहत कैसे पाए।

तो आइये हम जानते है खांसी को कैसे दूर किया जाए। 
  • अदरक का प्रयोग खांसी को दूर भागने में काफी मदद करता है। अदरक के कुछ टुकड़े को शहद के साथ मिलाकर चबाने से खांसी से छुटकारा मिलता है। 
  • अदरक कला नमक, तथा निम्बू  को मिलाकर चाय बना ले तथा इसका सेवन करे खांसी से राहत मिलेगी। 
  • अदरक को निचोड़कर जूस निकाल ले और उसमे शहद के कुछ बून्द मिलाकर सेवन करने से खांसी से छुटकारा मिलती है। 
  • रात के समय सोने से पहले 1 चम्मच शहद का सेवन एंटी-बैक्टीरिया तत्व को नस्ट कर देती है तथा खांसी से निजात दिलाती है। 
  • पीसी हुई काली मिर्च ले और इसके चार गुने के बराबर गुड़ ले ले तथा इन दोनों को बारीकी से मिला ले और छोटी-छोटी गोलिया बना ले। इस गोलियो को सुबह-शाम 1 गोली चॉकलेट की तरह प्रयोग में लाए यह आपको पुरानी से पुरानी खांसी से छुटकारा दिलाने में मदद करेगा। 
  • एक चम्मच शहद को एक ग्लास चाय में निम्बू के साथ मिलाकर लेने से खांसी ठीक हो जाती है। 
  • मुनक्का के बीज को काली मिर्च के साथ मिलाकर चबाने से भी पुरानी से पुरानी खांसी ठीक हो जाती है।


पाए पुरानी खांसी से तुरंत राहत 

लम्बे समय से चली आ रही खांसी से लोग बहुत ही दुखी हो जाते है। लोग इससे जल्द से जल्द छुटकारा पाने की सोचते रहते है। आप ऊपर दिए गए नुस्खे को अपनाकर खांसी से तुरंत राहत पा सकते है। 
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Sunday, September 17, 2017

मोटापा को कैसे रोका जाए।

पिज़्जा का नाम सुनते ही कई लोगो के मुँह में पानी भी आ गया होगा परन्तु क्या आप जानते है की पिज़्जा हमारे शरीर को कितना नुक्सान पहुँचता है। आज के समय में बच्चे, नौजवान सभी पिज्जा के शौकीन होते हैं। पिज्जा खाने में जितना स्वादिष्ट लगता है उतना ही सेहत के लिए हानिकारक भी होता है। इसलिए अगली बार पिज्जा खाने से पहले इस पोस्ट को जरूर पढ़ लें।

यदि आप पिज्जा खाने के शौकीन है तो संभल जाइए। क्यूकि पिज्जा बनाने में जिन-जिन चीजों का प्रयोग किया जाता है वो सभी हमारे शरीर के लिए हानिकारक है।
पिज्ज़ा और चाकलेट मे रेनेट को डाला जाता है यह एक प्रकार का एन्ज़ाइम है जिसे हम जामन भी कहते है। अगर देखा जाए तो यह जामन नवजात बछड़े के चौथे हिस्से में जुगाली करने से बनता है। ऐसे ही कई सारे नवजात जानवरो से इस एंजाइम को तैयार किया जाता है।   





तो आइये हम जानते है की पिज़्जा खाने से हमे क्या-क्या नुक्सान होता है। 

पिज़्ज़ा में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा होती है। जिसके कारण दिल संबंधी बीमारियों होने की संभावना बढ़ जाती है। कोलेस्ट्रॉल की ज्यादा मात्रा शरीर में होने से हमारे शरीर की आर्ट्ररीज बंद हो सकती है, और हमारे हार्ट में होने वाले अटैक जिसे हमलोग हार्ट-अटैक कहते है की खतरा बढ़ जाती है।

बहुत सारे लोग तो ये भी कहते है की पिज़्ज़ा में तो हरी सब्जी का भी प्रयोग किया जाता है तो क्या हरी सब्जी हमे फायदा नहीं पहुँचती, जी पहुँचती है पर अगर आप तजी सब्जी को प्रयोग में लाते है तो, अगर आप बासी सब्जियों को प्रयोग में लाते है तो यह हमे फायदे के जगह नुक्सान पहुँचती है। और पिज़्ज़ा की बात करे तो इसमें बासी सब्जियों का प्रयोग ज्यादा मात्रा में किया जाता है। 

पिज़्ज़ा में प्रिजरवेटिव नाम का मेटेरियल डाला जाता है जो हमारे शरीर को काफी हद तक नुक्सान पहुँचता है। 
कुछ अन्य फास्ट फूड के नुक्सान :-

बर्गर से हमारे शरीर का वजन बढ़ता है साथ ही साथ दिल संबंधी बीमारी भी हो सकती है। यह डाइटरी कोलेस्ट्रोल को तेजी से बढ़ाता है और बर्गर से हाइ ब्लड प्रेशर होने की संभावना 80 % बढ़ जाती है। 

पेस्ट्री में अधिक मात्रा में शुगर, फेट और कैलोरी पाया जाता  है। जसके कारण या आपके शरीर का मोटापा बढ़ा सकती है।

हालांकि सैंडविच से शरीर को ज्यादा नुक्सान नहीं पहुँचता । परन्तु अगर आप हमेशा सैंडविच खाते है तो यह आपके शरीर का मोटापा बढ़ा देगी।

             आप लोगो को हमारी यह पोस्ट कैसी लगी कॉमेंट में जरूर बताए, ताकि हम आपलोगे के लिए और भी अच्छी पोस्ट बना सकू। अगर आप किसी और चीजों के बारे में जानना चाहते हो तो हमे कॉमेंट में जरूर बताए। 






Thursday, September 14, 2017

दाँत संबंधित समस्याओं को दूर करता है यह घरेलू नुस्खा।

अन्य देशो के मुकाबले भारतीय लोग लौंग का प्रयोग ज्यादा मात्रा में करते है। अगर टूथपेस्ट की बात की जाए तो 98 % टूथपेस्ट में लौंग की मात्रा को शामिल किया जाता है। क्युकि लौंग हमारे शरीर को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है। लौंग को हम किसी भी प्रकार से प्रयोग में ला सकते है 
जैसे:-
भोजन बनाते समय भोजन में लौंग का प्रयोग करके हम भोजन का स्वाद बढ़ा सकते है। चाय में भी डालकर आप चाय का स्वाद बढ़ा सकते है। बहुत सरे ऐसे तरीके है, लौंग को प्रयोग में लाने की।
आइये हम जानते है लौंग खाने के क्या-क्या फायदे होते है।


लौंग में यूजेनॉल होता है जो हमारे दांतो के लिए काफी फायदेमंद है। यह हमारे दांतो को मजबूत बनाने में मदद करता करता है, तथा ये हमारे दांतों में होने वाले दर्द को दूर करने में मदद करता है।लॉन्ग के प्रयोग से हमारे दांतों में चमक भी आती है  इसलिए 98 % टूथपेस्ट में लॉन्ग का प्रयोग किया जाता है।
 लौंग की तासीर गर्म होने के कारण यह हमे सर्दी-जुकाम से भी राहत दिलाता है। अगर आपको सर्दी-जुकाम हो जाए तो आप चाय में लौंग का प्रयोग करके चाय बनाकर पीए। हालांकि लौंग हर मौसम में हर उम्र के व्यक्तियों के लिए लाभदायक है पर सर्दी के मौसम में इसकी खास उपयोगिता है।

अगर आपके बाल जल्दी-जल्दी उलझ जाते हैं तो लौंग से बना हुआ कंडीशनर का प्रयोग करे ये आपके बालो को सॉफ्ट और मुलायम रखने में मदद करेगा।
अगर आप लौंग के तेल का इस्तेमाल करते हैं, तो इसे नारियल तेल के साथ मिलाकर उपयोग करें ताकि इसकी गर्म तासीर से सेहत को नुकसान न हो। क्युकि लौंग के तेल की तासीर काफी गर्म होती है इसी कारण इसे बहुत सावधानी से इस्तेमाल करना चाहिए। जब आप अपनी त्वचा पर इसे लगाएं तो बिना किसी चीज़ के साथ मिलाए न लगाएं।

अगर आप त्वचा संबंधी समस्याओं जैसे मुंहासों, ब्लैकहेड्स,और व्हाइट हेड्स से परशान हैं तो आप लॉन्ग का प्रयोग फेसपैक में मिलाकर करें। ध्यान रखे बिना किसी भी चीज़ में मिलाए लॉन्ग का प्रयोग न करे क्योंकि यह काफी गर्म होता है और ये हमे नुकसान भी पंहुचा सकता है।
लौंग के तेल में मिनरल्स जैसे पोटेशियम, सोडियम, फॉस्फोरस, आयरन, विटामिन A, और विटामिन C अत्यधिक मात्रा मेंपाया जाता है। तथा इसमें अन्य तेलो के मुकाबले सबसे ज्यादा एंटीऑक्सीडेंट होता है। जो हमरे त्वचा को स्वस्थ और शरीर् को तंदुरुस्त बनाए रखता है।

लौंग का प्रयोग रेगुलर करने से बहुत सरे समस्याओं से छुटकारा मिलता है जैसे :- उलटी आने की समस्या, जी घबराना और मॉर्निंग सिकनेस इत्यादि।
लौंग का प्रयोग करने से हमें दिमागी चिंताओं को दूर करने में भी मदद मिलती  है।
 लॉन्ग का प्रयोग जयादा मात्रा में न करे। ज्यादा मात्रा में लॉन्ग का प्रयोग करने से नुक्सान भी पहुँच सकता है। लॉन्ग का प्रयोग उतना ही करे जितने की हमे जरुरत हो। 
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Monday, September 11, 2017

ऐसा नुस्खा जो बुढ़ापे को कभीआपके पास आने नहीं देगा - अस्सी साल तक जवान बने रहने के लिए एक बार जरूर पढ़े

 ऐसा नुस्खा जो बुढ़ापे को कभीआपके पास आने नहीं देगा - अस्सी साल तक जवान बने रहने के लिए एक बार जरूर पढ़े 

आज हम जानेंगे की हमें स्वस्थ रहने के लिए कुछ ऐसे आसान नियमो को हमेशा प्रयोग में लाना चाहिए।  हम जानते है की इस भागदौड़ भरी जिंदगी में हमारे पास समय नहीं है की हम अपने शरीर पर ध्यान दे। हम आपको कुछ ऐसे नियम बताएँगे जिसे आप हमेशा प्रयोग में लाते है परन्तु सही तरीको का प्रयोग नहीं करते है।
जिससे लोगो को सेहत संबंधी समस्याएं होती रहती है। जैसे:- कब्ज, एसिडिटी, गैस व थकान, सिरदर्द इत्यादि। इन छोटी-छोटी परेशानियों के लिए डॉक्टर के पास जाना भी संभव नहीं है क्यूकि हमारे पास समय का अभाव रहता है।



तो आइये हम जानते है कुछ ऐसी बाते जो आपको सेहदमंद बनाए रखेंगे।

  • प्रतिदिन हमे सुबह-सुबह हल्का गर्म पानी पीना चाहिए। 
  • जब कभी भी आप पानी पिए तो पानी पीने के सही तरीके को ही अपनाये। अगर आपको पता नहीं है पानी पीने के सही तरीको के बारे में तो आप हमारी पोस्ट पानी पीने के सही तरीका को एक बार जरूर पढ़े। 
  • जयादातर हमे खली पेट पानी पीना चाहिए इसके भी कई सारे फायदे है जो हमने खली पेट पानी पीने के फायदे में बतला चूका हूँ । 
  • खाना हमे 3 बार खाना चाहिए तथा खाना को 30-32 बार चबाना चाहिए। और खाना खाने के सही तरीका को अपनाये । भोजन करने के सही तरीका भी मैंने पिछली पोस्ट में बता चूका हूँ। 
  • अगर आप सुबह के नास्ते के बाद जूस का सेवन करते है तो आपके लिए और भी फायदेमंद रहेगा।हमे सुबह के भोजन करने के बाद कुछ काम करना चाहिए।  
  • दोपहर के भोजन के बाद आप लस्सी / छाछ का सेवन करे तथा कुछ देर आराम करे। 
  • रात के भोजन के बाद दूध का सेवन काफी फायदेमंद सावित होता है। रात के भोजन करने के पश्चात आपको कुछ देर टहलना चाहिए। 
  • आप जब कभी भी दूध पिए तो उसमे कुछ मात्रा में मीठी चीज मिला के पिए जैसे :- चीनी, बादाम , काजू  आदि। 
  • रात के समय कभी भी खट्टे फलों या खट्टी चीजों और सलाद का सेवन न करे। 
  • हमे कभी भी फास्ट-फूड  का सेवन नहीं करना चाहिए। पर कुछ ऐसे भी स्तिथि आ जाती है जहाँ हमे फास्ट-फूड का सेवन करना पर जाता है, तो ऐसे स्थिति में हमे कम से काम मात्रा में सेवन करना चाहिए। 
  • भोजन करने के 30 मिनट के बाद ही हमे पानी पीना चाहिए। भोजन करने से 20 मिनट पहले भी आप पानी पी सकते है। 
  • फ्रिज से निकली हुई वास्तु को तुरंत प्रयोग में नहीं लाना चाहिए। फ्रिज से निकलने के 1 घंटे पश्चात ही इसे प्रयोग में लाए। 
  • हमेशा ताजे भोजन का ही प्रयोग करे यानि खाना बनने के 1 घंटे के भीतर ही इसे ग्रहण करे। अगर आपको समस्या है तो आप 3 -4 घंटे के भीतर ही ग्रहण करे परन्तु सुबह का शाम और शाम का सुबह या फिर बासी भोजन का प्रयोग न करे। 
  • रात में हमे जल्दी सो जाना चाहिए तथा सोने के सही तरीके  को अपनाए। सुबह हमे सूर्य के किरण निकलने से पहले जग जाना चाहिए। 


इन सारी बातो पर आप हमेशा ध्यान दे। हमे पता है की इन सारी बदलाव को अपने दिनचार्या  में शामिल करने में समय लगेगा। लेकिन अगर आप इन सभी आदतों को एक-एक करके अपने दिनचार्या में शामिल कर ले, तो आप जल्दी बीमार नहीं पड़ेंगे यानि आपका शरीर 90 % स्वस्थ हो जाएगा।
आपको हमारी पोस्ट कैसे लगी कमेंट में जरूर बताए।


Thursday, August 03, 2017

Benefit of coconut oil-नारियल तेल के फायदे

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नारियल तेल हम सभी प्रयोग करते है। लेकिन क्या आप जानते है। नारियल तेल हमारे लिए कितना लाभदायक है।कहा जाता है की नारियल के तेल में चर्बीदार एसिड का बेहतरीन मिलाप होता है। और नारियल के तेल में बहोत से प्राकृतिक और औषधीय गुण भी होते है। नारियल का तेल प्रतिदिन प्रयोग में लेन से स्वास्थ लाभ भी हो सकते है। नारियल के तेल से आपके बाल और त्वचा प्राकृतिक रूप से नरम, उज्जवल, और स्वस्थ रहते हैं। नारियल का तेल प्राकृतिक है। और इसमें कोई हानिकारक रसायन नहीं होते हैं । नारियल में ज्यादा मात्रा में लोरिक एसिड होता है जो आपको विविध संक्रमणों से लड़ने में सहायक होता है। नारियल के तेल में आपके शरीर को बहोत से विटामिन्स भी मिलते है। सेहत से लेकर सुंदरता तक के लिए नारियल तेल प्रकृति का बेहद अनमोल उपहार है। इसीलिए नारियल के तेल को प्राकृतिक तेल भी कहा जाता है। इसके करिश्माई फायदों को जानकर आप हैरान रह जाएंगे।तो आइये स्वास्थ और सुंदरता को बरक़रार रखने वाले नारियल तेल के फायदों के बारे में जाने :-नारियल तेल में एंटी एजिंग की गुण पाए जाते हैं। आंखों के आस-पास हाथों पर नारियल तेल की कुछ बूंदे लेकर मसाज करें। इससे स्किन ग्लोइंग और मुलायम बनेगी। इसके इस्तेमाल से डार्क सर्किलऔर झुर्रियां नहीं पड़ती है।
सभी तरह के त्वचा प्रकार के लिये नारियल का तेल सर्वोत्तम नमी प्रदायक क्रीम की तरह काम करता है, खास तौर से रुखी त्वचा के लिये नारियल का तेल किसी अमृत के समान ही होता है।  आपकी रुखी त्वचा को मुलायम बनाने में नारियल का तेल सहायक होता है. नहाने के 20 मिनट पहले नारियल के तेल को अपने शरीर पर लगाये और बाद में इसे हरे चने के आटे की सहायता से धो ले।  कभी भी शरीर पर ज्यादा से ज्यादा साबुन का उपयोग न करे क्योकि साबुन से शरीर की नमी कम होती है।
इसलिए, अपने कंडीशनर, ऑय क्रीम, और लोशन को साइड में रख दें, और शुद्ध नारियल का तेल त्वचा और बालों पर इस्तेमाल करें।
जब आप बाहर जाने के लिए तैयार हों, तब आप फाउंडेशन लगाने से पहले नारियल तेल को प्राइमर के तौर पर लगाएं। इसकी सिर्फ कुछ बूंदें अपने चेहरे पर थपकाकर पूरे चेहरे पर फैला..लें। यह फाउंडेशन के लिए बेस का काम करेगा और साथ ही चेहरे को मॉइश्चराइजर भी प्रदान करेगा।
समर सीजन में नारियल तेल का इस्तेमाल करना काफी फायदेमंद माना जाता है। इसके औषधीय गुण आपकी सेहत, सुंदरता और बालों को स्वस्थ बनाए रखते हैं।
नारियल का तेल आपको धूप से होने वाले सनबर्न से भी बचाएगा। इससे पसीने से होने वाली घमोरियो की परेशानी भी दूर रहती है। खाज- खुजली की समस्या होने पर भी इसी तेल का इस्तेमाल करें ताकि त्वचा में नमी बनीं रहें और खुजली की समस्या भी न हो।
नारियल का तेल स्किन और बालों को प्राकृतिक रूप से मुलायम और चमकीला बनाता है। त्वचा को मॉस्चराइजर करना हो या बालों की कंडीशनिंग, नारियल तेल सबसे बेस्ट विकल्प है। कहीं बाहर घूमने-फिरने का प्लान बना रहे हैं तो कपड़ों से लेकर फुटवियर की पैकिंग करनी पड़ती है। वहीं, मेकअप के लिए अलग से बैग तैयार करना पड़ता है लेकिन नारियल तेल को साथ में रखेंगे तो आधा मेकअप की वैसे ही जरूरत नहीं पड़ेगी। आज हम आपको नारियल तेल के फायदे बताते हैं जो आपकी खूबसूरती को बरकरार रखेंगे।
नारियल के तेल का उपयोग आप केवल एक नमी प्रदायक क्रीम की तरह ही नही बल्कि लोशन की तरह भी उपयोग कर सकते हो। नारियल के तेल के दैनिक उपयोग से आप अपनी आँखों की समस्या को भी दूर कर सकते है।
नारियल का तेल आपके होठो को सबसे आकर्षित भी बना सकता है, आप अपने रूखे-सूखे होठो पर नारियल तेल को लगा सकती हो।
नारियल का तेल से अपनी उंगलियों की मसाज करें इससे खून का प्रवाह सही होता हैं। फटी एड़ियों को मुलायम बनाने के लिए नारियल तेल का इस्तेमाल करें। आप नारियल तेल में चुटकी भर हल्दी मिक्स कर सकते हैं। इस पेस्ट को मास्क की तरह फटी एड़ियों की परेशानी दूरी होती है। नारियल तेल का इस्तेमाल क्यूटिकल पर लगाएं। नाखूनों के आस-पास की उप त्वचा उखड़ेगी नहीं। नाखूनों की मसाज करें। इससे नाखूनों में भी शाइन आती है।

नारियल का तेल खरीदने के लिए यहाँ क्लिक करे 







Friday, July 28, 2017

प्याज के अनोखे फायदे।

प्याज के अनोखे फायदे। 
प्याज का उपयोग लगभग हर भारत के रसोईयो  में किया जाता है। भोजन के साथ कच्चा प्याज खाना स्वास्थ के लिए फायदेमंद होता है।  हो सकता है आपको इसकी गंध पसंद न हो, लेकिन इसके  गुण जानकर आप भी इसका उपयोग करना प्रारंभ कर देंगे।  प्याज में विटामिन सी, लोहा, गंधक, तांबे आदि पाए जाते हैं। 
आइए जानते हैं कि प्याज के क्या-क्या लाभ हैं और इसका उपयोग किस-किस तरह से किया जाता है। 
प्याज के फायदे एवं उपयोग:-
प्याज के रस में शहद मिलाकर चाटने से दमा और खांसी में कमी आती है। 
डायबिटीज के रोगी को हर दिन प्याज खाना चाहिए। 
अगर आपको दांतों से सम्बन्धित कोई समस्या है या पायरिया की शिकायत है, तो प्याज के टुकड़ों को गर्म कीजिए और दांतों के नीचे दबाकर मुंह बंद कर लीजिए।  इस प्रकार 10-15 मिनट में आपके मुंह में लार इकट्ठी हो जाएगी। उसे मुंह में चारों ओर घुमाइए फिर निकाल कर  फेंक दीजिए। दिन में 4-5 बार 10 दिनो तक ऐसा करें, पायरिया खत्म हो जाएगा। 
अगर आपके बाल गिर रहे हों, तो बालों में प्याज का रस लगाना चाहिए।  प्याज का लेप बाल में लगाने से बाल उगने शुरू हो जाते हैं.
प्याज के रस को नारियल तेल के साथ मिलाकर लगाना फायदेमंद रहेगा।  प्याज के रस की ही तरह नारियल तेल के इस्तेमाल से भी बाल जल्दी बढ़ते हैं।  हल्के गर्म नारियल तेल में प्याज का रस मिलाकर बालों की जड़ों में लगाएं।  इससे बाल तो जल्दी बढ़ेंगे ही साथ ही बालों में चमक भी आएगी।
बियर के साथ प्याज का रस मिलाकर लगाना भी काफी फायदेमंद है. सबसे पहले बालों को किसी अच्छे बियर शैंपू से धो लें और उसके बाद बालों में प्याज के रस से मसाज करें. इस उपाय से बालों को बढ़ने में मदद मिलेगी।  साथ ही बालों में चमक भी बनी रहेगी। 
आधा कप सफेद प्याज के रस में गुड़ और पिसी हल्दी मिलाकर सुबह-शाम पीने से पीलिया में फायदा होता है। छोटे प्याज को छीलकर चौकोर काटकर नींबू के रस में भींगा दें, ऊपर से नमक काली मिर्च डाल दें, फिर इसे लें, इससे पीलिया ठीक हो जाता है। 
हैजा हो जाने पर एक प्याला सोडा पानी में एक प्याला प्याज का रस, एक निम्बू का रस, नमक, काली मिर्च और थोड़ा अदरक का रस मिलाकर पीने से फायदा होता है। 
प्याज के रस को पानी में उबालकर पीने से पेशाब संबंधित समस्या खत्म हो जाती है।  अगर पेशाब आना बंद हो जाए तो प्याज 2 चम्मच प्याज का रस और गेहूं का आटा लेकर हलवा बना लें।  इसे गर्म करके पेट पर इसका लेप लगाने से पेशाब की समस्या दूर हो जाती है। 
प्याज से दिल की धमनियों में खून के थक्के नहीं जमते हैं, यह दिल की सुरक्षा करता है। 
प्याज खून को गाढ़ा बनाता है और उसे पतला होने से रोकता है। 
कुत्ता काट लेने पर, काटे हुए स्थान पर प्याज को पीसकर शहद के साथ मिलाकर लगाने से विष का प्रभाव कम हो जाता है। 
एक किलो प्याज के रस में आधा किलो उड़द की काली दाल मिलाकर पीस कर पेस्ट बना लें। इसे सुखाकर एक किलो प्याज के रस में मिलाकर फिर से पीस लें। इस पेस्ट को दस ग्राम मात्रा में लेकर भैंस के दूध में पकाएं और शक्कर डाल कर पी जाएं। इस योग का सेवन तीस दिन तक नियमित सुबह-शाम सेवन करने से कमजोरी दूर होती है और कामेच्छा में बढ़ोतरी होती है। 
मिर्गी, हिस्टीरिया और पाण्डुरोग में भी प्याज फायदेमंद है।
कब्ज की समस्या होने पर भोजन के साथ रोज एक कच्चा प्याज खाएँ 
प्याज का रस सुबह खाली पेट पीने से पथरी अपने आप कटकर यूरीन के रास्ते से बाहर निकल जाती है। 
प्याज कैंसर सेल को बढ़ने से रोकता है। 
प्याज पेट, ब्रेस्ट, और प्रोस्टेट कैंसर से बचाता है। 
नियमित प्याज खाने से सेक्स क्षमता बढ़ती है. पुरुषों के लिए प्याज सेक्स पावर बढ़ाने का सबसे आसान उपाय है
प्याज का रस कनपटी और छाती में लगाने से लू नहीं लगती है। 
भोजन के साथ कच्चा प्याज खाना फायदेमंद होता है। 
कान में दर्द या कान बहने की समस्या होने पर प्याज के रस को हल्का गर्म करके कान में डालने से आराम मिलता है। सरसों के तेल और प्याज के रस को मिलाकर मालिश करने से गठिया और जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है।




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लस्सी के गुण देखकर रह जाएँगे दंग।

लस्सी के गुण देखकर रह जाएँगे दंग। 
लस्सी पीना आम बात है। पारंपरिक रूप से लस्सी को सिर्फ भोजन के बाद पीया जाता था, लेकिन अब यह 
गर्मियों के  दौरान गर्म धूप का मुकाबला करने के लिए दिन के किसी भी समय पीया जा सकती है। लस्सी का स्वाद ही कुछ ऐसा होता है, इसके नाम सुनकर ही सबके मुंह में पानी आ जाता है। 
यह दही और पानी के साथ जीरा, काला नमक, काली मिर्च, हरा धनिया, हरी मिर्च, हींग और पुदीना जैसे मसालों को डालकर बनाई जाती है।  लस्सी एक अच्छा पेय है और इसके कई अतिरिक्त स्वास्थ्य लाभ भी है।  घर पर बनी ताज़ा लस्सी ही अच्छी होती है  स्टोर से लायी हुई लस्सी पचा पाना मुश्किल होता है और वो हेल्थी भी नहीं होती है। 
गर्मी में लस्सी पीना किसे अच्छा नहीं लगता है। लेकिन बिना समझे-बुझे लस्सी न पिये। पहले ये जान लें कि इसको पीने से क्या लाभ होता है और लस्सी कब और किनको नहीं पीनी चाहिए ! 
तो आइये हम जानते है, हमें लस्सी कब कैसे और किसको पीना चाहिए और इसके पीने से क्या लाभ होता है। 
गर्मियों में बहुत उच्च तापमान के दौरान लस्सी एक अच्छा पेय है जो शरीर की गर्मी को कम करता है, और गर्मी 
को कम रखने के लिए और शरीर को राहत प्रदान करने में मदद मिलती है। 
लस्सी में भुना जीरा, काली मिर्च और काला नमक डालकर पीने से पाचन शक्ति बढ़ती है,और इसको पीने से 
पाचन समस्याओं से तत्काल राहत मिलती है।  
डाइबीटिज़ के मरीज़ को भूलकर भी लस्सी  पिना चहिए हीं पीना बशर्ते कि उसमें चीनी न डाला हुआ हो। वज़न कम करने वाले भी बिना चीनी वाला लस्सी ही पियें तो अच्छा है। लेकिन लस्सी कभी भी रात को न पियें ।
लस्सी पीने से हमारे शरीर में लगभग 30,000 बैक्टेरि‍या बनते है जो पाचन में मदद करते है और हानिकारक वायरस को मारते है । लस्सी प्रोटीन बी कॉम्प्लेक्स, फोलिक एसिड,कैल्शियम, पोटेशियम, फास्फोरस, राइबोफ्लेविनऔर कैल्शियम का एक बढ़िया स्रोत है, इसमें नाम मात्र का फास्फोरस भी होता है। 
लस्सी में लैक्टिक एसिड और विटामिन डी होता है जो बैक्टीरिया और हानिकारक पथोगन्स जो विभिन्न बाहरी भोजन के माध्यम से शरीर में प्रवेश करते है उनसे लड़ने के लिए मदद करता है. लस्सी में अमीनो और फैटी एसिड तनाव और एनीमिया से बचाते है
एसिडिटी के लिए लस्सी एकदम सही है। लस्सी का एंटी एसिडिटी के रूप में इस्तेमाल किया जाता है, भोजन में मसाले से होने वाली जलन और पेट की सूजन को कम करने में लस्सी मदद करती है । यह पेट में एसिड और होने वाली जलन से छुटकारा पाने में मदद करती है । छाछ में करी पत्ता, काली मिर्च और जीरा डालकर पीने से किसी भी तरह की पेट की जलन से छुटकारा मिलता है। 
लस्सी एक प्राकृतिक एंटी एजिंग के रूप में कार्य करता है। लस्सी में लैक्टिक एसिड की एक अच्छी मात्रा होती 
है, और कॉस्मेटिक बिज़नेस द्वारा बड़े पैमाने पर इस्तेमाल की जाती है। यह एक अद्भुत चेहरे का मुखौटा है 
जो चेहरे पर चमक लाता है। ये युवाओं की त्वचा को नरम बनाता है. इसके अलावा लस्सी में लैक्टिक एसिड 
शरीर से टॉक्सिन्स निकालता है। 
लस्सी बालों के लिए कंडीशनर के रूप में कार्य करता है और बालो को नरम बनाता है. लस्सी में विटामिन बी 12 बालों के नुकसान को रोकने और बालों को सफ़ेद होने से रोकने में बहुत प्रभावी है। 

अमरुद दे सकती है इतने फायदे जिसे जानकर आपके होश उर जाएंगे।

अमरुद के बेमिशाल फायदा। 
अमरुद एक ठंडा फल जो सर्दियों के मौसम में बाज़ार में अनेको मात्रा में देखने को मिलता है।  क्या आप जानते हैं कि डेलिशियस अमरूद आपकी हेल्थ और ब्यूटी के लिए बहुत फायदेमंद फल है।
अमरूद हमारे देश का एक प्रमुख फल है।  हल्के हरे रंग का अमरूद खाने में मीठा होता है।  इसके अंदर सौकड़ों संख्या में छोटे-छोटे बीज होते हैं।  अमरूद बेहद आसानी से मिल जाने वाला फल है।  लोग घरों में भी इसका पेड़ लगाते हैं।  पर बेहद सामान्य फल होने के कारण ज्यादातर लोगों को पता ही नहीं होता है कि ये स्वास्थ्य के लिहाज से कितना फायदेमंद होता है।अगर अमरूद को सुपर फ्रूट कहा जाए तो गलत नहीं होगा।
अमरूद में मौजूद विटामिन और खनिज शरीर को कई तरह की बीमारियों से बचाने में मददगार होते हैं।  साथ ही ये इम्‍यून सिस्‍टम को भी मजबूत बनाता है।  अमरूद खाने की सलाह डॉक्‍टर भी देते हैं।
इसमें विटामिन और मिनरल्स भी होते हैं जो आपकी बॉडी को न्यूट्रीएंट्स एबजार्ब करने में हैल्प करते हैं।
दिल का साथी अमरूद में मौजूद पोटैशियम और मैग्‍नीशियम दिल और मांसपेशियों को दुरुस्‍त रखकर उन्‍हें कई बीमारियों से बचाता है।

इसके अलावा भी इसके कई सरे फायदे है। :-

अमरूद की तासीर ठंडी होती है. ये पेट की बहुत सी बीमारियों को दूर करने का रामबाण इलाज है।
अमरूद को काले नमक के साथ खाने से पाचन संबंधी समस्या दूर हो जाती है। पाचन क्रिया के लिए ये बेहतरीन फल है।
आप अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना चाहते हैं तो अमरूद का सेवन करना बहुत फायदेमंद होगा।
अगर आपको कब्ज की समस्या है तो सुबह खाली पेट पका हुआ अमरूद खाना फायदेमंद रहता है। अमरूद के सेवन से कब्ज की समस्या दूर हो जाती है।  इसके बीजों का सेवन करना भी स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
अगर आपके मुंह से दुर्गंध आती है तो अमरूद की कोमल पत्त‍ियों को चबाना आपके लिए फायदेमंद रहेगा। इसके अलावा इसे चबाने से दांतों का दर्द भी कम हो जाता है।
अमरूद में रिच फाइबर कंटेंट और लो ग्लायसेमिक इंडेक्स होने के कारण ये डायबिटीज से बचाता है। लो ग्लायसेमिक इंडेक्स अचानक शुगर लेवल बढ़ने से रोकता है, वहीं फाइबर्स के कारण शुगर अच्छे से रेगुलेट होती रहती है।
अमरूद की पत्त‍ियों को पीसकर उसका पेस्ट बनाकर आंखों के नीचे लगाने से काले घेरे और सूजन कम हो जाती है।
अमरूद प्रोटीन, विटामिन और फाइबर इनटेक से समझौता किए बगैर आपका मेटाबॉलिज्म बढ़ाता है और वजन घटाने में मदद करता है। अमरूद खाने के बाद पेट भी भर जाता है और कैलोरी इनटेक भी कम होता है। कच्चे अमरूद में केला, एप्पल, ऑरेंज और ग्रेप जैसे दूसरे फलों के मुकाबले काफी कम शुगर होती है
अमरूद में विटामिन सी की पर्याप्त मात्रा होती है जिससे अनेक बीमारियों में फायदा होता है।
अगर किसी को पित्त की समस्या हो जाए तो उसके लिए भी अमरूद का सेवन करना फायदेमंद होता है।
अगर आपके बच्चों के पेट में कीड़े पड़ गए हैं तो अमरूद का सेवन करना उनके लिए फायदेमंद होगा। 

मोटापा कम करने के आसान तरीके

वजन बढ़ने के साथ ही कई प्रकार की स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍यायें शुरू हो जाती हैं जैसे डायबी‍टीज, ब्लडप्रेशर, हार्ट अटैक, ब्रेन स्टोन, कैंसर, अनिद्रा, जोडों और घुटनों की बीमारियां शुरू हो जाती हैं। मोटापा कम करने के लिए हमे अपने डाइट प्लान को ध्यान में रखना चाहिए। टाइम पर खाना चाहिए,  हर इंसान को प्रतिदिन 2500 प्रति कैलोरी डाइट हर रोज लेनी चाहिए। तभी हमारा शरीर स्वस्‍थ्‍य और छरहरा रहेगा। ज्यादा से ज्यादा पानी पियें।  जंक और फास्ट फूड खाने से बचें। खाने में हरी और पत्तेदार सब्जियों का ज्यादा प्रयोग करें। खाने में सलाद का प्रयोग ज्यादा मात्रा में करना शुरू कर दें। इसके अलावा बढ़ते वजन पर काबू पाने के उपाय बताने जा रहे है। जिसका प्रयोग करके आप अपना वजन कम कर सकते है।



मोटापा कम करने के आसान तरीके -

1, दही का सेवन करने से शरीर की फालतू चर्बी घटती है। मटठे का भी सेवन दिन में दो-तीन बार करें।
जो मोटापे को काम करता है।

2, दो बडे चम्मच मूली के रस शहद में मिलाकर बराबर मात्रा में पानी के साथ रोजाना पिएं, ऐसा करने से माह के बाद मोटापा कम होने लगेगा।

3, व्‍यायाम को अपनी दिनचर्या में शामिल कीजिए। व्‍यायाम जैसे - साइकलिंग, जॉगिंग, सीढी़ चढ़ना-उतरना, रस्सी कूदना, टहलना, घूमना इस प्रकार के व्यायाम नियमित रूप से करने से वजन आसानी से  घटाया जा सकता है।

4, हर रोज सुबह-सुबह एक गिलास ठंडे पानी में दो चम्मच शहद घोलकर मिला कर पी लीजिए। इस घोल को पीने से शरीर से वसा की मात्रा कम होती है। और मोटापा काम होता है।

5, खाने में गेहूं के आटे की चपाती बंद करके जौ और चने के आटे की चपाती लेना शुरू करें। जौ और चने में कार्बोहाइड्रेट पदार्थ होते हैं जो आसानी से पच जाते हैं।

6, नीबूं का रस गुनगुने पानी में निचोड़कर पीयें, इससे भोजन अच्छे से पचता है और शरीर भी हल्का लगता है। शर्दियों में नींबू वाली चाय पिएं तो इससे पेट में गैस नहीं बनती। और चर्बी भी कम होती है।

7, सुबह नाश्ते में अंकुरित अनाज लीजिए। मूंग, चना और सोयाबीन को अंकुरित करके खाने से से उनमें मौजूद पोषक तत्‍वों की मात्रा दोगुनी हो जाती है। जो मोटापा कम करने में लाभपप्रद है।

8, फास्ट फूड, जंक फूड, कचौरी, समोसे, पिज्जा बर्गर खाने से परहेज करे । कोल्ड ड्रिंक न पिएं, क्योंकि कोल्डा ड्रिंक की 500 मिलीलीटर मात्रा में 20 चम्मच शुगर होती है जिससे मोटापा बढ़ता है।

9, सोयाबीन का सेवन कीजिए। इसमें ज्‍यादा मात्रा में प्रोटीन होता है और इसमें पाया जाने वाला आइसोफ्लेवंस नामक प्रोटीन शरीर से चर्बी को बहुत कम करता है।

टमाटर के अनोखे उपयोग।

टमाटर के अनोखे उपयोग। 
हर  घर में टमाटर का प्रयोग सब्जियों के स्वाद को बढ़ने के लिए किया जाता है। टमाटर लाल कलर की होती है ये तो सभी लोग जानते।  परन्तु टमाटर में कई तरह के पौष्टिक तत्व पायें जाते हैंं। जो हमारे शरीर के लिए बहुत ही लाभकारी होते हैं। टमाटर हमारे शरीर के लिए कितना लाभकारी होता है, इसके बारे में आप ने अक्सर सुना ही होगा। टमाटर के इतने अधिक फायदे होने के बावजूद भी इसका सेवन हमारे लिए नुकसानदायक सिद्ध हो सकता है। टमाटर का प्रयोग हम सब्जी बनाने से लेकर, सलाद में, सूप के तौर पर, चटनी के रूप में और यहां तक की ब्यूटी प्रोडक्ट के रूप में भी इसे इस्तेमाल करते है। 
भारत में टमाटर का सूप बड़े ही चाव से पिया जाता है। सर्दियों के मौसम में इसकी मांग बढ़ जाती है। यह एक ऐसा सूप है जिसे हर कोई असानी से बना सकता है। यह सूप सस्ती होने के साथ-साथ आपके सेहत को भी बेहतर बना सकती है। जिन लोगों की हड्डियां कमजोर है या जिन्हें ह्र्दय संबंधित रोग है उन्हें टमाटर का सूप पीना चाहिए। अगर आप नियमित रूप से टमाटर का सूप पीते हैं तो यह रक्त वाहिकाओं को दुरुस्त करता है और खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह मधुमेह और कैंसर के रोगियों के लिए भी फायदेमंद है। यहां तक जिन लोगों को अपना वजन कम करना है उन्हें भी टमाटर का सूप लगातार पीते रहना चाहिए।
आइये हम जानते है टमाटर खाने के क्या-क्या लाभ या हानि होती है। 
टमाटर में विटामिन सी, लाइकोपीन, विटामिन, पोटैशियम पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है।  साथ ही इसमें कोलेस्ट्रॉल को कम करने वाले तत्व भी पर्याप्त मात्रा में होते हैं। जिन लोगों को वजन कम करना है उनके लिए भी ये काफी फायदेमंद है लेकिन टमाटर की सबसे बड़ी खासियत ये होती है कि टमाटर को पकाने के बाद भी उसके पोषक तत्व बने रहते हैं
टमाटर का सेवन करने से हम कई तरह की बीमारियों से निदान पा सकते हैं। इसका सेवन हम कैंसर से बचाव के लिए, दिल से जुडी हुई कई तरह की समस्याओँ के लिए, खून को साफ़ करने के लिए, शरीर से विषैले पदार्थ बाहर निकालने के लिए, अपनी आँखों की रोशनी को ठीक रखने के लिए इसका सेवन बहुत ही लाभकारी होता है। 
 ध्यान रखें तेज खांसी, दस्त और पथरी के रोगी को टमाटर नहीं खाना चाहिए। साथ शरीर में सूजन और मांसपेशियों में दर्द हो तो टमाटर का सेवन ना करें। टमाटर का अधिक सेवन करने से गैस जैसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है।टमाटर में अधिक मात्रा में अम्लीय होने के कारण इसके अधिक इस्तेमाल से एसिडिटी का सामना करना पड़ सकता है और इससे सीने में जलन की शिकायत भी हो सकती है।

इसके अलावा भी इसके कई गुन है। 
सुबह-सुबह बिना पानी पिए पका टमाटर खाना स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है। 
बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास के लिए टमाटर बहुत फायदेमंद होता है। 
अगर पेट में कीड़े हो जाएं तो सुबह खाली पेट टमाटर में काली मिर्च मिलाकर खाने से फायदा होता है। 
अगर बच्चे को सूखा रोग हो जाए तो उसे प्रतिदिन एक गिलास टमाटर का जूस पिलाने से बीमारी में आराम मिलता है। 
टमाटर के नियमित सेवन से डायबिटीज में फायदा होता है।  इससे आंखों की रौशनी बढ़ती है, साथ ही कई तरह की स्किन से जुड़ी समस्याओं में भी ये असरदार है। 
गठिया के रोग में भी टमाटर बहुत फायदेमंद है।  प्रतिदिन टमाटर के जूस में अजवायन मिलाकर खाने से गठिया के दर्द में आराम मिलता है। 
गर्भावस्था में टमाटर का सेवन करना बहुत फायदेमंद होता है; इसमें प्रचुर मात्रा में विटामिन सी होता है, जो गभर्वती के लिए काफी अच्छा होता है। 

कच्चे टमाटर / पका हुआ टमाटर का सेवन अधिक न करे। 
टमाटर का अधिक सेवन करने से हमें गैस और पेट दर्द का सामना भी करना पड़ सकता है, क्योंकि इसमे अधिक मात्रा में एसिड पाया जाता है। जिसके कारण यह एसिडिटी की वजह बन जाता है।
टमाटर में कैरोटीनॉयड होता है, जो इम्यून सिस्टम को प्रभावित करता है। जब हम कच्चे टमाटर का अधिक सेवन करते हैं, तो इससे हमारे इम्यून सिस्टम पर बहुत ही गहरा असर पड़ता है।
टमाटर में लाइकोपिन होने के कारण यह शरीर में एलर्जी पैदा कर सकता है।
जब आप टमाटर का अधिक सेवन करते हो तो आप के शरीर से दुर्गन्ध आने लगती है, क्योंकि टमाटर में टरपिंस नामक तत्व पाया जाता है। यह तत्व पाचन क्रिया के दौरान भी नहीं टूटता इसके कारण यह पसीने की दुर्गन्ध की वजह बन जाता है ।
टमाटर के बीज का सेवन करने से हमें बहुत ही नुकसान होता है, इसलिए आप जब भी टमाटर के सलाद का सेवन कर रहे होते है, तो इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि कही आप टमाटर के बीज का सेवन तो नहीं कर रहे। टमाटर के बीज आसानी से नहीं पच पाते, जिसके कारण हमें पथरी का सामना भी करना पड़ सकता है।

अनार के फायदे एवं नुकसान।

अनार के फायदे एवं नुकसान। 
हम सभी जानते है की अनार एक ऐसा फल है, जो साल भर मिलता रहता है। और यह हमारे शरीर को स्वस्थ रखने में काफी मदद पहुँचता है। अनार का जूस काफी फायदेमंद होता है, और लोग इसे काफी पसंद भी करते हैं। अनार काफी पौष्टिक और उपयोगी है। आइए जानते हैं कि अनार के क्या-क्या फायदे हैं और इसका उपयोग किस-किस तरह से किया जा सकता है।

अनार के फायदे और उपयोग :-

खून बढ़ाने के लिए सबसे पाहले डॉक्टर अनार खाने का ही सलाह देते है। इससे हमारे शरीर में रक्त बनता है। एनीमिक मरीजों के लिए अनार सबसे ज्यादा फायदेमंद होता है।
यदि आप अनार का सेवन नियमित रूप से करते है तो ये आपकी याददाश्त  सम्बन्धित समस्याओ में काफी हद तक लाभ पहुँचता है।
अनार के जूस में फ्रुक्टोज होता है जिससे रक्त का शुगर लेवल नहीं बढ़ता है। अन्य फ्रूट का जूस लोगो को कम खाने की सलाह दी जाती है, परन्तु आप अनार का जूस ले सकते है।
अनार का रस रक्त के दबावों को बनाये रखता है जिससे ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है।
यह हड्डियों को मजबूत बनाता है तथा जोड़े के दर्द को भी कम करने में लाभदायक है।
यदि आप नियमित रूप से अनार खाते है, तो ये आपके शरीर की चर्बी  को नहीं बढ़ने देता है।
पेट लिवर और ह्रदय की गतिविधियों को नियंत्रित रखने में अनार का जूस काफी मदद पहुँचता है। इससे भूख बढ़ती है और प्यास कम लगती है। यदि आपका जी मचलता है तो आप अनार का जूस अवश्य पिए।
दस्तो को दूर करने में यह काफी असरदार है। दस्त से परेशान हुए लोगो को अनार का जूस दे। इससे जल्द ही राहत मिलती है।
अनार शरीर में खून के थक्के नहीं बनने देता है। यह शरीर में रक्त के बहाव को सामान्य रखने में मदद करता है।
अनार का जूस प्रोस्ट्रेट कैंसर से लड़ने में मदद करता है। गठिया के रोगी के लिए भी यह फायदेमंद है।
अनार खून में ओक्सिजन की मात्रा बढ़ाता है। तथा यह आपको समय से पहले बूढ़ा नहीं दिखने देता है।
गर्भवती महिला को हर दिन अनार का जूस पीना चाहिए। क्यूंकिअनार में विटामिन और मिनरल के साथ-साथ फ़्लोरिक एसिड पाया जाता है जो भ्रूण के लिए एक अच्छा भोजन है। यह भ्रूण को सुरक्षा करता है साथ ही ब्लड फ्लो को नियंत्रित करता है। इससे बच्चे के कम वजन जैसी बीमारी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
अनार में पोटेशियम की मात्रा होती है, जो महिलाओ को होने वाले पैर के दर्द से राहत दिलाता है।
अनार ब्रेस्ट कैंसर और फेफड़ो के कैंसर को रोकने में भी अहम भूमिका निभाता है।
गर्मियों में अनार को अपने आहार में जरुर शामिल करना चाहिए। अनार का सेवन दांतों से सम्बन्धित समस्याओं को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसका दैनिक सेवन सेक्स ड्राइव को बढ़ाने में मदद करता है।
अनार त्वचा की नमी बरकरार रखने में मदद करता है। यह हमें कील मुहासों से बचाता है।
इसके सेवन से त्वचा पर सूर्य की किरणों का नकारात्मक असर नहीं पड़ता है।

अनार किन लोगो को नहीं खाना चाहिए।:-

अनार का रस का सेवन खाँसी, इन्फ्लुएंजा, शुगर तथा कब्ज से पीड़ित लोग न करे।
अनार के रस का सेवन मेडिसिन के साथ न करे ये काफी नुकसान पंहुचा सकता है।
जिन लोगो को किसी भी तरह की एलर्जी है,तो अनार का जूस न ले क्युकि ये आपके एलर्जी को बढ़ा सकता है।

हरी मिर्च के अनोखे गुण।

हरी मिर्च के अनोखे गुण। 
ज्यादातर घरो में भोजन को तीखा बनाने के लिए हरी मिर्च का प्रयोग किया जाता है, परन्तु कई घरो में लाल मिर्च का भी प्रयोग किया जाता है। हरी मिर्च स्वाद के साथ-साथ सेहत के लिए भी गुणों का खजाना है। यह आपके स्वास्थ्य को कई तरह से बेहतर बनाए रखने में मदद करती है। अगर आप इसके बारे में नहीं जानते हैं, तो इस पोस्ट को अवश्य पढ़े।
हरी मिर्च का प्रयोग हमलोग कई तरह से करते है। जैसे :-शलादो के साथ, चटनी बनाकर, सब्जी में डालकर इत्यादि। छोटी सी हरी मिर्च स्वास्थ्य के लिए कितने पोषक तत्वों को पूरा करता है, शायद हममें से सभी यह नहीं जानते होंगे।
आइये हम जानते है इसके गुणों के बारे में :-
हरी मिर्च में विटामिन सी, विटामिन ए, विटामिन बी6 और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। इनके अलावा, सोडियम, पोटेशियम और डाइटरी फाइबर भी इसमें मौजूद होते हैं। यहाँ तक कि हरी मिर्च में आयरन भी मौजूद होता है। यह एक अच्छा एंटीऑक्सीडेंट भी है।  यानी यदि आप हरी मिर्च को अपने खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए खा रहें हैं, तो आप अनजाने  में ही अपनी सेहत को बहुत से फायदे पहुंचा रहें हैं।  
लेकिन हाल में हुए कई शोध इस बात का दावा करते हैं कि हरी मिर्च खाने से कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है।
हरी मिर्च में विटामिन सी पर्याप्त मात्रा में होता है।  विटामिन सी दूसरे विटामिन्स को शरीर में भली प्रकार अवशोषित होने में मदद करता है।
हरी मिर्च का सेवन पाचन के लिए बहुत अच्छा होता है और यह हाजमे को दुरुस्त रखती है। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि जब हम हरी मिर्च खाते हैं, तो मुंह में लार (स्लाइवा) का निर्माण ज्यादा होता है और यही लार खाने को पचाने में मदद करती है।
हरी मिर्च में विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है और इसलिए यह शरीर की रोगों से लड़में में मदद करती है।
हरी मिर्च कोलेस्ट्रॉल के मरीजों के लिए भी फायदेमंद होती है।
हरी मिर्च को खाने के बाद शरीर में एक हार्मोन एंडोर्फिन का निर्माण होता है, और यह हार्मोन ‘फ़ील गुड़ हॉर्मोन’ के नाम से भी जाना जाता है। यानी यह हमारे मूड को भी अच्छा कर देती है।
शरीर को संक्रमण से बचाती है यहाँ तक कि इसके एंटीऑक्सीडेंट होने से यह कैंसर जैसी बिमारी को होने से भी रोकती है
शरीर में रक्त के थक्के बनने से रोकती है
चयापचय को बढ़ाती है और कैलोरी को जलाने में शरीर की मदद करती है।
हरी मिर्च, हड्डियों और दांतों के लिए भी फायदेमंद है और यह हमारे शरीर के टूटे फूटे उत्तकों की भी मरम्मत करने का भी कार्य करती है।
हरी मिर्च में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स त्वचा और ख़ूबसूरती से जुड़ी समस्याओं में भी फायदेमंद है। यह बढ़ती उम्र के प्रभावों को रोकने, रंग निखारने और झुर्रियों को कम करने में भी फायदेमंद है।
इसके अलावा भी इसके कई गुण है।
रक्तचाप को नियंत्रित करने में हरी मिर्च काफी फयदेमंद होती है। मधुमेह होने की स्थिति में भी हरी मिर्च में रक्तचाप का स्तर नियंत्रित रखने के गुण होते हैं।
हरी मिर्च का सेवन पाचन के लिए बहुत अच्छा होता है और यह हाजमे को दुरुस्त रखती है। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि जब हम हरी मिर्च खाते हैं, तो मुंह में लार (स्लाइवा) का निर्माण ज्यादा होता है और यही लार खाने को पचाने में मदद करती है।
हरी मिर्च ,पूछ समेत एक गलास पानी में  रात को भिगो  कर रखे और सुबहे ख़ाली पेट मिर्च  को निकाल कर पानी पीये इस विधि का एक हफ्ते  तक प्रयोग  करे ऐसा करने से सुगर  कन्ट्रोल में आ जाती है अगर फरक नहीं लगता तो 4 हप्ते तक इस पानी का सेवन करे।
विटामिन ए से भरपूर हरी मिर्च आंखों और त्वचा के लिए भी काफी फायदेमंद है।
हरी मिर्च मै बहत सारे विटामिन पाए जाते है जो स्किन के लिए फायदेमंद होते है अगर आप तीखा खाते है तो आपकी तवचा मै निखार आ जाता है लेकिन इतना तीखा भी नहीं खाना चहिये के आप को नुकसान हो |
हरी मिर्च खाना जल्दी पचा देती है। साथ ही, शरीर के पाचन तंत्र में भी सुधार कर देती है। इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर पाया जाता है। इसीलिए यह कब्ज दूर करती है।
शरीर में रक्त के थक्के बनने से रोकती है।
हरी मिर्च में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जिसकी वजह से शरीर बैक्टीरिया-फ्री रहता है और यह इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में भी मदद करता है। 

दंग करने वाले खरबूज के फायदे।

दंग करने वाले खरबूज के फायदे। 
गर्मियों में तरबूजे की तरह खरबूजे हर तरफ दिखाई देते है। स्वाद, ठंडक और पोषक तत्वों से भरपूर खरबूजे में 95 फीसदी मिनरल्स होता है। देश के कुछ राज्यों उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, बिहार, मध्य प्रदेश की रेतीली भूमि में खरबूजे की खेती अधिक होती है।खरबूजे आपके शरीर में पानी की कमी को दूर करता है और आपको हमेशा तरोताजा रखता है। जलवायु और भूमि के कारण खरबूजों के रंग, आकार और स्वाद में परिवर्तन हो सकता है। खरबूजे की कई किस्में बहुत स्वादिष्ट और पौष्टिक होती है।
सेहत से जुड़ी कई समस्याओं को दूर करने में मददगार खरबूजा न केवल विटामिन का अच्छा स्रोत है बल्कि इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट के गुण भी पाए जाते हैं जो ह्र्दय और मस्तिष्क को स्वस्थ्य रखने में लाभदायक है।
विटामिन A और बीटा कैरोटीन से युक्त खरबूजा, आँखों की रौशनी को घटने से रोकता है, आँखों को स्वस्थ रखता है और मोतियाबिंद होने से रोकता है।
खरबूजे को डायबिटीज में भी फायदेमंद पाया गया है। यह रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित कर डायबिटीज के स्तर को सामान्य बनाता है।
खरबूजा, यूटीआई में भी फायदेमंद होता है। यहाँ तक कि यूरिनरी ट्रैक्ट जैसी समस्या में, इसे खाने की सलाह भी दी जाती है। यूरिनरी इंफेकशन के अलावा, यह ब्लैडर इंफेकशन (मूत्राशय संक्रमण) में भी फायदेमंद होता है।
खरबूजे का सेवन उन लोगों के लिए भी बेहतर होता हैं, जिन्हें कोलेस्ट्रॉल की समस्या होती है।
खरबूजा गुर्दे की पथरी समेत गुर्दे में होने वाली अनेकों समस्याओं में भी फायदेमंद होता है। खरबूजे के रस, जिसे ऑक्सीकिन कहा जाता है, को गुर्दों की समस्याओं और पथरी में फायदेमंद पाया गया है। यह किडनी की सफाई कर उससे विषैले पदार्थों को बाहर निकाल देता है।
यह हमारे शरीर की रोग प्रति रोधक क्षमता को बढ़ाता है। खरबूजे में निहित विटामिन C शरीर की रोग-प्रति रोधक क्षमता को बढ़ा कर उसे रोगों और संक्रमणों से लड़ने के लिए मजूबती प्रदान करता है। साथ ही इससे सफ़ेद रक्त कणिकाओं का निर्माण भी होता है और सफ़ेद रक्त कणिकाएं शरीर को संक्रमण के प्रभाव से बचाती हैं। और तो और यह शरीर में कैंसर को पनपने से भी रोकता है।

इसके अलावा भी इसके कई सरे गुण है।

खरबूजा अल्सर जैसी समस्याओं के लिए फायदेमंद होता है।
कब्ज जैसी समस्या को दूर करने में मदद करता  है।
खरबूजे में पाये जाने वाले डाइटरी फाइबर्स रोगी को कब्ज की समस्या से निजात दिलाते हैं।
प्रोटीन की अधिकता के कारण यह हड्डियों, बालों और नाखूनों के लिए भी फायदेमंद होता है।
खरबूजा गर्भवती महिलाओं के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है। इसमें निहित फोलेट शरीर से अधिक मात्रा में सोडियम को बाहर जाने से रोकता है।
शरीर में पानी कमी होने से बचाता है और हाड्रेट रखता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इसमें पानी बहुतायत में होता है, और यही पानी शरीर को अधिक गर्मी से राहत देकर उसे ठंडक और ताजगी प्रदान करता है।
खरबूजा तनाव रोधी का भी कार्य करता है।
खरबूजे के कुछ टुकड़ों को पानी के साथ उबालकर उससे कुल्ला करने से दांतों के दर्द में राहत मिलती है।
खरबूजा खाने से शरीर में ऑक्सीजन का बहाव तेज होता हैं और इससे मस्तिष्क को कार्य करने और तनाव से लड़ने की भरपूर क्षमता मिलती है।

किसे नहीं खाना चहिए :-
हैजे के प्रकोप में खरबूजों का सेवन नहीं करना चाहिए।
कफ विकृति के रोगियों को भी खरबूजे का सेवन नहीं करना चाहिए।
खरबूजा सुबह खाली पेट नहीं खाना चाहिए। खाली पेट खरबूजा खाने से उदर में पित्त विकारों की उत्पत्ति होती है।
खरबूजा खाने के बाद तुरंत पानी नहीं पीना चाहिए। पानी पीने से वमन और हैजे की आशंका रहती है।     अस्थमा रोगियों, शरीर में शोथ, आमवात से पीड़ित स्त्री-पुरूषों को भी खरबूजा हानि पहुंचाता है।
अधिक खांसी और जुकाम से पीड़ित रहने वालों को खरबूजे का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए

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